Shani Shingnapur Mandir की जानकारी
हेलो दोस्तों कैसे हो आप सब आशा करता हूं कि आप सब ठीक होंगे तो इस ब्लॉग में मैं आपको बताऊंगा कि आप महाराष्ट्र के गांव में स्थित Shani Shingnapur मंदिर कैसे पहुंच सकते हो और यहां प्रदर्शन करने के लिए आपको किस टाइम आना चाहिए, और खाने पीने की सुविधा, रहने की सुविधा के बारे में सारी जानकारी देने वाला हूं।
दोस्तों जब भी कोई शिरडी साइन बाबा के दर्शन करने जाता है तो वह जरूर शनि शिंगणापुर मंदिर आकर यहां पर शनि देव के दर्शन करके भी जाता है और दोस्तों शिरडी से शनि शिंगणापुर मंदिर की दूरी लगभग 70 किलोमीटर है।
शिर्डी
साईं मंदिर से शनि शिंगणापुर पहुंचने का रास्ता - Shirdi to
Shani Shingnapur Distance
दोस्तों अगर आप शिरडी साई मंदिर दर्शन कर लेते हो तो आप यही से हाईवे पर बने ट्रैवल एजेंट से सनी सिंगापुर मंदिर जाने के टिकिट ले सकते हो और यहां पर आप लोग काफी सारे टैक्सी और फोर व्हीलर जैसे वहां देखेंगे जिसमें बैठकर आप सनी सिंगापुर मंदिर जा सकते हो जो कि लगभग 70 किलोमीटर पड़ता है।
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और इसके चार्ज होते हैं लगभग ₹200 जिसमें आपको चार से पांच घंटे में दर्शन करवा कर वापस शिरडी ड्रॉप कर दिया जाएगा। शिर्डी साईं मंदिर से शनि शिंगणापुर जाने के लिए आपको एक ढाबे पर कुछ टाइम के लिए रोक दिया जाएगा ताकि अगर आपको भूख अगर लगी है तो आप चाय नाश्ता कर सके।
और यही जाते हुए आपको दिखाई देंगे पुराने समय में महाराष्ट्र स्टाइल में गन्ने से जूस निकालने की प्रक्रिया जिसमें एक बैल चौकी चारों तरफ घूमता है और बीच में दौड़ लकड़ी बनाकर गाने के जूस निकल जाते हैं जैसा कि आप इस पिक्चर में देख पा रहे होंगे।
शनि सिंगापुर मंदिर का इतिहास - History of Shani Shingnapur Temple in Hindi
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दोस्तों पुरानी कथाओं के हिसाब से बताया जाता है कि इस मूर्ति को लगभग 400 साल पहले स्थापित किया गया था, और बताया जाता है कि 400 साल पहले इस गांव में एक भयंकर बाढ़ आई थी और उसी तेल में एक शीला (काला पत्थर) बहके यहां पर आ गया था, और किसी व्यक्ति ने उसी मूर्ति को किसी लकड़ी से छुआ जिसके कारण वह खंडित हो गई बाद में किसी व्यक्ति को शनि देव उनके सपने में आकर अपने होने की अनुमति दी।
और दोस्तों बताया जाता है कि लगभग 100 लोगों इस मूर्ति को उठाने के लिए एकत्रित हुए थे परंतु वह मूर्ति ना उठा पाए। और फिर शनि देव किसी व्यक्ति के सपने में आकर बताएं कि उन्हें सिर्फ मां और भांजे की जोड़ी ही उठा सकती है। और फिर उन्होंने इस मूर्ति को उठाकर बैलगाड़ी की सहायता शिरडी गांव में आए और जहां पर बैलगाड़ी रुकी वहीं पर उनका मंदिर स्थापित कर दिया गया जो कि वर्तमान में आप देख सकते हो।
शनि
मंदिर दर्शन करने का समय- Shani
Shingnapur Temple Timings, Parking Fess
दोस्तों जब आप शनि शिंगणापुर मंदिर के में गेट से इंटर करोगे तब आपको यहां पर यहां की संस्थान द्वारा बनाया गया प्राइवेट पार्किंग वाला एरिया दिखाई देगा तो आपको सीधे जाकर यहीं पर वहां पर करना है और आपके रास्ते में कई लोग देखेंगे जो बोलेंगे कि आप हमारे शॉप पर गाड़ी पर कर लो तो आपको ऐसा नहीं करना है।
आपके यहां की संस्थान द्वारा उपलब्ध करवाई गई पेट पार्किंग का ही उपयोग करना है। और यहां की जो पार्टी फीस है वह यहां पर आप अपनी बहन के हिसाब से जाकर पता कर सकते हो।
शानी
सिंगापुर मंदिर के पास रहने और खाने पीने की सुविधा -
Accommodation And Food Availability Near Shani Singapore
दोस्तों इस पार्किंग स्लॉट के ठीक पास ही शनि मंदिर ट्रस्ट द्वारा बने भक्त निवास और इसी के पास में ही भोजनालय बना हुआ है। और इस भक्त निवास में रूम की करने के लिए आप शनिदेव ऑफिस ट्रस्ट में जा सकते हैं एसुस ₹300 में आपके यहां पर मैं मैसेज मिल जाएगा। और फिर पास ही स्थित भोजनालय में आप सिर्फ और सिर्फ ₹50 में भरपेट खाना खा सकते हो। शानी मंदिर के दर्शन के लिए आप आसपास में बने फूल प्रसाद और तेल की दुकानों से प्रसाद या फूल ले सकते हैं।
शनि
शिंगणापुर मंदिर दर्शन करने की जानकारी
एक विशेष बात अगर दोस्तों आप चाहते हो कि आपके साथ कोई सेक्म ना हो तो यहां पर आप तेल फूल और प्रसाद लेने के लिए यहां पर बने शनि देव महाराज ट्रस्ट द्वारा आयोजित की गई शॉप से आप प्रसाद फूल और तेल ले। हरियाणा शॉप मंदिर परिसर में आते ही आपके अंदर मिल जाएगी।
दोस्तों जब इस मंदिर में प्रवेश करते हो तो आपके पास में ही चप्पल रखने का फ्री में स्टूडेंट हो जाएगा जहां पर आप अपने चप्पल को सुरक्षित रख सकते हैं और कोई भी ₹1 भी देने नहीं पड़ता। फोटोस तो जूस ट्रस्ट शॉप की पर बात कर रहा था वह इस चप्पल काउंटर के ठीक सामने ही बना हुआ है।
और दोस्तों जब आप इस मंदिर के मुख्य द्वार से अंदर आते हो तो आपको सबसे पहले एक त्रिशूल वाला मंदिर दिखाई देगा जिसमें एक बड़ी त्रिशूल बनी होगी और दोस्तों बता दे कि जब आप इस मंदिर में प्रवेश करते हो तो आपके साथ जो समान होता है जैसे कि फूल पत्तियां और कला कपड़ा आपको इसी त्रिशूल पर अर्पण करते होगा। दोस्तों सरसों याद दिल्ली के तेल के अलावा शनि भगवान के ऊपर कोई तेल नहीं चढ़ाया जाता।
अगर दोस्तों आप शनिदेव मंदिर के मुख्य मूर्ति के ऊपर तेल अभिषेक करना चाहते हैं तो यहां पर आपको मंदिर परिवेश में बने ही ट्रस्ट से आपको ₹500 की एक रेपिस्ट निकलवानी पड़ेगी क्योंकि दोस्तों यहां पर सभी व्यक्तियों के लिए तेल चढ़ाने की प्रक्रिया को एक मंदिर के बाहर रखे गए काउंटर पर की जाती है तो लोग आते हैं और मंदिर के बाहर रखे काउंटर पर तेल चढ़ाते हैं और उसी तेल से शनि देव की मूर्ति का अभिषेक किया जाता है पूरे दिन तक।
हाउ टू स्टोर जवाब इस मंदिर के दर्शन कर लेते हो तो ऐसी इसी मंदिर के परिसर में बने हुए छोटे-बड़े और भी कई मंदिर हैं जैसे कि शिव जी का हनुमान जी का इत्यादि तो आप चाहे तो उन मंदिर के भी दर्शन कर सकते हो जो कि इस मंदिर के आसपास ही बने हुए हैं।
शनि
मंदिर की आरती का समय - Shani
Shingnapur Temple Timings
दोस्तों इस मंदिर में शनि देव की पूरे दिन में तीन बार आरती की जाती है जिसमें मुख्यतः सुबह होने वाली काकड़ आरती होती है और दोस्तों बताया जाता है कि तीनों बार नई आरती होते हुए शनि देव की मूर्ति को नहीं धोती पर नहीं चाहती है। और फिर दर्शन करने के बाद आप यहां से शनि देव मंदिर के परिसर में बने हुए ट्रस्ट से यहां की प्रसाद नारियल की बर्फी ले सकते हैं जो की ₹20 की आती है।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के आर्टिकल में ही इतना ही आशा करता हूं कि आपको दिए जानकारी जरूर पसंद आई होगी और अगर पसंद आती है तो आप हमारे इस आर्टिकल को व्हाट्सएप ग्रुप में जरूर शेयर करें।